शशांक
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव चुनाव 2023 को लेकर पूरे राज्य में भाजपा परिवर्तन नहीं निकल रही हैलेकिन छत्तीसगढ़ में भाजपाई कई हिस्सों में में बटे हुए, जिसके कारण भाजपाई एक- दूसरे को नीचा करने में लगे हुए हैं ,इसका जीता जागता उदाहरण बालोद जिला में देखने को मिला है !15 सितंबर को यह यात्रा बालोद जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र में पहुंचेगी। इसके लिए भाजपा द्वारा विशेष तैयारी की जा रही है। पूरे शहर में बैनर, पोस्टर और आयोजन स्थल पर भी तैयारी की जा रही है। तीन खेमों में बटी हो चुकी भाजपा परिवर्तन यात्रा में भी एकजुट नहीं दिख रही है। ज्यादातर पोस्टर में भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार की तस्वीर गायब हैं और जिले के लगभग पूर्व विधायकों की तस्वीरें गायब हैं। इसको लेकर बालोद में भाजपा की राजनीति में पोस्टर वार छिड़ा हुआ है।संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक प्रीतम साहू ने पूरे मामले पर पोस्टर लगाने वाले लोगों को तरह -तरह की हिदायत दी है। जब साहू ने कहा कि गुटबाजी जैसा कोई सबल ही नहीं है। चुनाव के समय यह सब चलता है। पोस्टर से जिला अध्यक्ष का फोटो गायब हैं तो उन्होंने कहा कि यह संगठन का मामला है। उन्होंने कहा कि ऐसे पोस्टर बनबाने वालों को खुद समझना चाहिए।इस पूरे मामले में प्रीतम साहू का अलग ही नजरिया लगा और उन्होंने आगे कहा कि व्यक्तिगत पोस्टर में हम कुछ नहीं बोल सकते।
परिवर्तन यात्रा कार्यक्रम के प्रभारी राकेश यादव ने बताया कि सभी का अपना-अपना नजरिया है। सब व्यक्तिगत रूप से बैनर पोस्टर लगा रहे हैं, जिनको जो पसंद है उनकी तस्वीर लगाई जा रही है और यह पार्टी का विषय नहीं है। सब व्यक्तिगत रूप से बैनर पोस्टर लगवा रहे हैं ! इस पर राकेश यादव कुछ भी स्पष्ट नहीं बोल सकते।
जहाँ एक तरफ परिवर्तन यात्रा के माध्यम से भाजपा प्रदेश में सत्ता पाने के लिए निकली हुई है। वहां विधानसभा स्तर पर जिला स्तर पर गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है। जिस पार्टी में नेता ही एकजुट नहीं हैं, वह आम जनता को किन वादों का भरोसा देगें । सब अपना -अपना बैनर पोस्टर लगा रहे हैं! तो वहीं पर संगठन में काम करने वाले नेताओं के बैनर पोस्टर लगभग नहीं के बराबर हैं।
डोडी लोहारा विधानसभा क्षेत्र के भाजपा से घोषित प्रत्याशी देवलाल ठाकुर ने कहा कि वे सभी संगठन के नीचे हैं और सभी को संगठन का महत्व समझना चाहिए। ठाकुर ने कहा कि इस मामले को लेकर हम परिवर्तन यात्रा के प्रभारी से बात करेंगे।
भाजपा के संगठन से काफी दूर रहकर राजनीति कर रहे भारतीय जनता पार्टी के टीम के सदस्यों ने पूरे शहर को पोस्ट से पाट दिया है। वहीं, दूसरी ओर जिला अध्यक्ष के नजदीकी बताकर संगठन में अपनी उल्लू सीधा करने वाले दर्जन भर कार्यकर्ताओं के बैनर पोस्टर लगाने में शहर में देखने को नहीं मिल रहे हैं। दिनभर कार्यालय में गप -सप कर समय व्यतीत करने वाले नेता भी पोस्टर लगाने में कोई नजर नहीं आ रहे हैं।
भाजपा के जिला प्रभारी मधुसूदन यादव ने कहा कि प्रोटोकॉल का ध्यान रखना चाहिए। यदि कोई भी पोस्टर पार्टी से संबंधित है। भारतीय जनता पार्टी का उसमें नाम है, उसमें विषय है तो उसमें जिला अध्यक्ष का फोटो लगना अनिवार्य है। वह जिले का सर्वेसर्वा होता है। उसके बिना संगठन अधूरा है। ऐसे तो छत्तीसगढ़ में भाजपा की हालत बहुत ही बदतर है सारे के सारे सर्वे बता रहे कि भाजपा बुरी तरह हार होने वाली है और इसी को लेकर भाजपा बड़ी ही तनाव में लग रहे हैं इसी को लेकर एक दूसरे पर अभी से ही आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं